ये महामारी है कोरोना की, कोई दवा भी ना इसे मोड़ सके! ये महामारी है कोरोना की, कोई दवा भी ना इसे मोड़ सके!
तेरी खुशियाँ तेरी दस्तक तेरा ही व्यवहार सही, तुझसे जीते तो क्या जीते तुझसे हार तो तेरी खुशियाँ तेरी दस्तक तेरा ही व्यवहार सही, तुझसे जीते तो क्या जीते ...
सब नाते अनजान सफर किसी का कोई अपना नहीं सब नाते अनजान सफर किसी का कोई अपना नहीं
कठोर हो निकला मैं, इतना कठोर कि अग्नि- पुत्र से मैं अग्नि- पिता बन चला कठोर हो निकला मैं, इतना कठोर कि अग्नि- पुत्र से मैं अग्नि- पिता बन चला
हमने भी कुछ सपने, बुन कर रखे थे मिट्टी के संग । हमने भी कुछ सपने, बुन कर रखे थे मिट्टी के संग ।
ये यादों का मिट्टी का गुल्लक मेरा बिखरना चाहता है उन कणों में न द्वेश भाव न किसी की प्रीत का राग ... ये यादों का मिट्टी का गुल्लक मेरा बिखरना चाहता है उन कणों में न द्वेश भाव न कि...